एक किताब मेज पर रखी हुई है। किताब की मेज पर क्रिया तथा मेज की किताब पर प्रतिक्रिया के बीच का कोण ............ $^o$ है
$0$
$30$
$45$
$180$
चित्रानुसार एक फ्रेम पर विचार कीजिए जो दो द्रव्यमानहीन और पतली छड़ों $AB$ और $AC$ से निर्मित है। इस फ्रेम के बिन्दु $A$ पर $100\; N$ परिमाण का कोई ऊर्ध्व बल $\overrightarrow{ P }$ आरोपित किया गया है।
माना कि बल $\overrightarrow{ P }$ को फ्रेम की भुजा $AB$ और $AC$ के समांतर वियोजित किया गया है। भुजा $AC$ के अनुदिश वियोजित घटक का परिमाण $xN$ है।
यहाँ $x$ का मान निकटतम पूर्णांक में $\dots$ होगा।
[दिया है : $\sin \left(35^{\circ}\right)=0.573, \cos \left(35^{\circ}\right)=0.819$ $\sin \left(110^{\circ}\right)=0.939, \cos \left(110^{\circ}\right)=-0.342$ ]
${m_1},\,{m_2}$ तथा ${m_3}$ द्रव्यमान के तीन पिण्ड चित्रानुसार भारहीन रस्सी से बाँधकर घर्षणहीन मेज पर रखे हैं। उन्हें ${T_3} = 40$ न्यूटन के बल से खींचा जा रहा है। यदि ${m_1} = 10$ किग्रा, ${m_2} = 6$ किग्रा तथा ${m_3} = 4$ किग्रा हो, तो ${T_2}$ का मान ........ $N$ होगा
दूध का मंथन करने पर क्रीम प्राप्त होती है। इसका कारण है
निम्न में से कौन से संगामी बलों का समुच्चय साम्यावस्था में हो सकता है
एक दोष पूर्ण तुला की दोनों भुजायें समान हैं। वस्तु को एक पलडे़ में डालने पर इसका भार $X$ तथा दूसरे पलडे़ में डालने पर $Y$ प्राप्त होता है, तब वस्तु का वास्तविक भार $W$ होगा